औरतों में सहवास की इच्छा में कमी
सहवास की इच्छा में कमी चाहे किसी भी कारण से हो पारिवारिक जिंदगी के लिए हानिकारक है| आदमी और औरत में अलग अलग हार्मोन होते हैं जो की सेक्स की इच्छा के लिए जिम्मेदार है| औरत में एस्ट्रोजन और आदमी में टेस्टोस्टेरोन| आश्चर्यजनक बात यह है कि ४५ की उम्र पे एकदम से एस्ट्रोजन औरत के शरीर में बनना बंद हो जाता है जबकि आदमी के शरीर में टेस्टोस्टेरोन धीरे धीरे कम होता है| इसके कारण आदमी में ७०-७५ साल तक सेक्स की इच्छा बनी रहती है|
यह इम्बैलेंस आपसी रिश्तों में तनाव पैदा कर देता है और कई बार मर्द शादी से बहार भी सम्बंद ढूंढने लगता है क्योकि उसकी सहवास की इच्छा पूरी नहीं होती|
औरत में सहवास की इच्छा उसकी जिंदगी के उत्तार चढ़ाव के कारण बदलती रहती है जैसे गर्ब्वती होने पर, बच्चे को जनम देने पर, रिश्तों में तनाव होने पर, किसी बिमारी के कारण, किसी दवा के कारण, या फिर मासिक धरम बंद होने पर|
मासिक धरम बंद होने का कारण होता है औरत के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का बनना बंद हो जाना| यह ४५ कि उम्र के पास होता है| इसके कारण कुछ दुष्परिणाम सेक्स लाइफ पे होते है जैसे कि सेक्स कि इच्छा में कमी, सेक्स करते समय मज्जा नहीं आना, मूड ख़राब होना, गुप्तांग का खुश्क होना जिससे सहवास कि समय पीड़ा महसूस करना आदि| यह सब औरत की सेक्स लाइफ को बर्बाद कर देते हैं|
री-औरत एक ऐसी दवा है जो ख़ास तोर पर औरतों की काम इच्छा को बढ़ाने कि लिए है|
यह औरत को फिर से औरत बनाता है शरीर में भी और दिमाग में भी|
री-औरत बिलकुल सेफ है क्योकि यह और्वेदिक है|
- यह औरत कि शरीर में हार्मोन बैलेंस करता है|
– मूड को खुश रखता है जिससे शरीर आराम महसूस करता है| - औरत कि दिमाग में सेक्स सेंटर को स्टिमुलेट कर सेक्स का एहसास बढ़ाता है|
- औरत कि शरीर में एक तेज सेक्स कि इच्छा पैदा करता है जैसे कि ३० साल की उम्र में होती है|
- यह सभी उम्र की औरतों कि लिए सेफ है|
- यह सेक्स की इच्छा जो किसी भी कारण से कम हो गई हो बढ़ाता है|