४० की उम्र के बाद
वैसे तो इंग्लिश मैं कहा जाता है “४० इस नॉटी”,इसका मतलब ४० के बाद एक पुरुष और ज्यादा रोमांटिक हो जाता है| यह एक सचाई है| क्योंकि उस उम्र तक उसको हर तरा का एक्सपेरिएंस हो चूका होता है| जवानी के दिन, पुरा जोश, सब तरह के एक्सपेरिमेंट हो चुके होते है| ४० के बाद वह ज्यादा अनुभव करना चाहता है| नई नई चीजे करने का पाने का शोंक उसको रोमांचित करता है|
लेकिन दोस्तो रोमांचित मन के साथ साथ एक समस्या ४० के बाद उत्पन होने लगती है, वो है शारीरिक कमजोरी| असलियत में एक पुरुष का main हार्मोन होता है टेस्टोस्टेरोन, जो उसके शरीर को पुरुष जैसा बनता है, जैसे
– शरीर का स्ट्रक्चर जो औरतो से अलग होता है
– आवाज का भारी होना
– पुरुष की तरह का बर्ताव करना
– मजबूत मस्कुलर शरीर
– मजबूत बोनस
– रफ़ एंड टफ लुक
– लिंग की डेवलपमेंट
– टेस्टिस की डेवलपमेंट
– सीमेन का बनना
– शुक्राणु का बनना
– सेक्स की इच्छा का होना
– सीमेन का डिस्चार्ज और गाढ़ापन
– शुक्राणुओ की पौष्टिकता आदि
यह सभी कुछ टेस्टोस्टेरोन की वजह से होता है और मर्द को मर्द जैसा बनाने में सबसे आवश्यक भूमिका अदा करता है|
टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन मर्द की बॉडी में बचपन से शुरू हो जाता है और यह ३५ साल की उम्र तक बिलकुल टॉप पे होता है| लेकिन ३५ के बाद यह धीरे धीरे काम होने लगता है और ४०- ४५ की उम्र तक इसका असर दिखने लगता है| टेस्टोस्टेरोन की कमी की वजह से हमारी कुछ प्रोब्लेम्स शुरू हो जाती है जैसे :
– स्किन पे ढीलापन
– बालों का झड़ना
– बालों का सफ़ेद होना
– लौ एनर्जी, लौ स्टैमिना
– एंग्जायटी और डिप्रेशन
– सेक्स की इच्छा में कमी
– लिंग का ढीलापन
– लौ सेक्सुअल excitement
– वीर्य का काम बनना
– शीघ्र पतन
– पार्टनर को सटिस्फी ना कर पाना
यह सब समस्या टेस्टोस्टिरोन की कमी की वजह से होती है| जरुरी नहीं सभी को साड़ी तरह की समस्या हो, पर कोई न कोई किसी न किसी को जरूर होती है| और जैसे जैसे उम्र बढ़ती है यह सब अपने आप सामने आने लगती है|
४० की उम्र के बाद लिंग के कड़ेपन की समस्या
यह देखा गया है कि कुछ मर्द ९० साल की उम्र तक भी सेक्स का आनंद लेते है और लिंग के कड़ेपन मैं भी कोई कमी नहीं आती | कुछ मर्द २२ की उम्र मैं ही इसके शिकार हो जाते हैं | यह सब दिमागी, शारीरक, हार्मोनल कंडीशन पे निर्भर करता है |
लेकिन आम तोर पे यह समस्या ४० के बाद ९०% मर्दों को आने लगती है | अगर आप ४० कि उम्र तक किसी कमजोरी को महसूस नहीं कर रहे थे तो फिर यह समस्या दिमागी या शारीरिक नहीं है | यह हार्मोनल समस्या है, जिसकी कमी के कारन आप सेक्सुअल कमी का शिकार हो रहे हैं | मर्दों का सेक्स हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन होता है |
सेक्ससुअल प्रोब्लेम्स ४० के बाद
समस्या जैसे सेक्स की इच्छा में कमी, कड़ापन आने में ज्यादा टाइम लगना, लिंग में कड़ेपन कि कमी, वीर्य का काम निकलना, सेक्स में संतुष्टि का न मिलना यह सब मर्द के शरीर में आने वाली टेस्टोस्टेरोन कि कमी की वजह से है | टेस्टोस्टेरोन मर्द की सभी सेक्स एक्टिविटीज के लिए जिम्मेदार होता है | इसकी उत्पति लड़कपन से शुरू हो के ३५ कि उम्र तक बढ़ती है और फिर धीरे धीरे कम होने लगती है| और इसके कम होने से सेक्सुअल प्रोब्लेम्स आने लगती हैं |
४० के बाद सेक्स में आयी कमी को कैसे डील करें ?
सबसे अच्छा तरीका है आपने आप को तंदरुस्त रखें| जब तक आपकी बॉडी फिट रहेगी आपकी टेस्टोस्टेरोन की प्रोडक्शन सामान्य रहेगी और ६० कि उम्र तक कोई समस्या नहीं आएगी | लेकिन अगर आप मोटापे का शिकार हैं, खान पान हेअल्थी नहीं है, स्मोकर हैं, शराब पीते हैं, या किसी बिमारी जैसे ब्लूड प्रेससुरे, शुगर, एसिडिटी, लिवर या किडनी कि बिमारी से ग्रस्त है तो आप सेक्स कि कमी के शिकार हो सकते हैं क्योकि यह सभी टेस्टोस्टेरोन कि उत्पति में कमी ला सकते हैं | इस समस्या के लिए आपको टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने वाली दवाइयां या डाइट लेनी होगी |
लिंग कड़ेपन कि समस्या को कुदरती कैसे ठीक करें |
कुदरत ने हमें हर तरह कि समस्याओं से निपटने के लिए उपाय दिए हैं | इस समस्या के लिए पौष्टिक आहार, वजन पे नियंत्रण, निरंतर वयायाम, स्ट्रेस को दूर रखिये, नो स्मोकिंग, नो ड्रिंकिंग, दो योग एंड मैडिटेशन, अच्छी नींद लीजिये, टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने वाले खाने खाइए | यह सब समस्या को ठीक करने में सहायता कर सकते हैं |
क्या वियाग्रा से लिंग कड़ेपन की समस्या ठीक हो सकती हैं ?
वियाग्रा से जरूर फरक पड़ता है लेकिन इसके बहुत से साइड इफ़ेक्ट हैं | आप इसको रोजाना नहीं ले सकते, और यह भी देखा गया है कि जिन लोगों में टेस्टोस्टेरोन की कमी होती है उनमे वियाग्रा भी असर नहीं करता | यह केवल डॉक्टर की देख रेख में ही लेनी चाहिए |
पति को ४६ कि उम्र में कड़ेपन कि समस्या
कई तरह की समस्या जैसे मोटापा, ब्लड प्रेशर, शुगर, धूम्रपान, शराब, पौष्टिक आहार का ना लेना, जंक फ़ूड खाना, वयायाम ना करना, दिमागी परेशानी, इन् सब की वजह से लिंग के कड़ेपन कि समस्या आती है | टेस्टोस्टेरोन की कमी सबसे बड़ा फैक्टर है |
क्या में इरेक्टाइल डिसफंक्शन होते हुए भी शादी कर सकता हूँ?
सबसे पहले तो शादी केवल सेक्स की वजह से नही की जाती| यह एक सोशल और इमोशनल रिलेशनशिप भी है| आजकल कोई ऐसी समस्या नहीं जो ठीक नहीं हो सकती केवल सही इलाज और दवाई की जरुरत होती है| आप किसी अच्छे आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं| आयुर्वेद में इस समस्या को बड़ी अच्छे ढंग से ठीक क्या जाता है| आयुर्वेद में यह एक अलग शाखा है जिसको वाजीकरण शाखा बोलते हैं जिसमे सेक्स समस्या को बहुत विस्तार से बताया जाता है|
समस्या का समादान?
- एक बहुत सरल उपाए है के अगर टेस्टोस्टेरोन की कमी की वजह से यह सब है तो फिर टेस्टोस्टेरोन के इंजेक्शन लगवा लो तो कमी पूरी हो जाएगी| लेकिन यह सभी को रास नहीं आएगा क्योकि यह सिंथेटिक टेस्टोस्टेरोन के इंजेक्शन बहुत साइड इफ्फेक्ट डालते है| क्योकि यह लिवर को कमजोर करता है और टॉक्सिक इफ़ेक्ट भी है तो इसको सभी लोग सहन नहीं कर पाते| तो यह डॉक्टर की देख रेख में ही लेना चाहिए|
- दूसरा सरल उपाए है आयुर्वेद जो की साइड इफ़ेक्ट से मुकत होता है और नियमित प्रयोग से यह टेस्टोस्टेरोन की कमी को पुरा करता है और जो शारीरिक कमी टेस्टोस्टेरोन की कमी वजह से आती है उसे पुरा करता है|
री-मर्द कैप्सूल्स एक ऐसी ही आयुर्वेदिक मेडिसिन है जो बिलकुल सेफ है और नियमित प्रयोग से १००% रिजल्ट देती है|
After 40 Re-Mard is a must for all men.
इसमें निचे दिए गये हर्बल एक्सट्रैक्ट्स है:
Re-Mard capsules (मर्द को फिर से मर्द बनता है)
यह दवाई मर्दों मैं टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के लिए है, इसमें निमिन लिखित हर्बल एक्सट्रैक्ट्स है:
- Tongkat Ali – Eutycoma Longifolia :
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि है और ट्रायल्स मैं पाया गया है कि यह मर्दों में टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने का काम करता है खास तोर पे जो सेक्स के मामले में कमजोर होते है|
- Gokhru dana – Teribulus terrestris :
यह हर्ब सेक्स कि इच्छा को बढ़ाने और शरीर को मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह बिलकुल टेस्टोस्टेरोन कि तरह काम करता है|
- Ashwagandha – Withania Somnifera
- यह स्ट्रेस लेवल को काम करने के लिए बहुत उपयोगी है| सेक्स प्रोब्लेम्स में स्ट्रेस एक बहुत बड़ा कारण होता है|
- यह ब्लड शुगर और शरीर में जमा चर्बी को काम करता है|
- यह मसल्स कि पावर को बढ़ाता है|
- औरतों में भी सेक्सुअल फंक्शन को बढ़ाता है|
- मर्दों में बच्चे पैदा करने कि कशम्ता को बढ़ाता है|
- एकाग्रता और यादाश्त को बढ़ाता है|
- दिल के मसल्स को मजबूत करता है|
- Safed Musli – Chlorophytum borivilianum
सफ़ेद मूसली एक ऐसी हर्ब है जो केवल इंडिया में ही पायी जाती है| यह कई तरह कि आयर्वेदिक, यूनानी और होम्योपैथिक मेडिसिन्स में यूज़ होती है| यह खास तोर पे एथलेटिक परफॉरमेंस, मोटापा, लिंग के ढीलेपन के लिए यूज़ किया जाता है|
- White ginger – mondia whitei
Mondia whitei कई बिमारिओं में काम आती है जैसे – heartburn, indigestion, flatulence, gonorrhoea, abdominal pain, constipation, bilharzia, premature uterine contractions in pregnant women, appetite stimulant, asthma, and high blood pressure.
- Shilajit :
यह बहुत प्रचलित हर्बल दवाई है जो सदिओं से मर्दों में टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए प्रयोग कि जाती है| जो मर्द इसका इस्तेमाल करते हैं उनमे स्पर्म काउंट और स्पर्म कि स्पीड दोनों ही कई गुना बढ़ जाती है| जिस के कारण यह मर्द बच्चे पैदा करने में दूसरों से ज्यादा सक्षम होते है|
- Yohimbe – Pausinystalia yohimbe
यह एक पेड़ होता है और इसकी छल सेक्स कि इच्छा के बढ़ाने और शीघ्र पतन के लिए प्रयोग कि जाती है| Yohimbe को लिंग कि कमजोरी, शारीरिक क्षमता, मोटापा घटाने, दिल कि बिमारिओं, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटिक प्रोब्लेम्स के लिए भी प्रयोग किया जाता है|
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